राज जो मेरे दिल मे है
उसे राज ही रहने दे
खबर तो तुझे भी है
पर ये दर्द मुझे ही सहने दे
तु अटल है, हर पहर है
इसे मेरे रग मे ही बहने दे
आँखों से पढ़
जुब़ा बंद ही रहने दे
जजबात है ये मेरे
इन्हें इक बात न बनने दे.......
जो ये बात बन गए
सहम जाऊँगा मैं
उम्र तलक मुझे खामोशी संग ही चलने दे
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